6 माह के गर्भावस्था में किन -किन बातो का रखे ख्याल ? 👶 What should be taken care of during the pregnancy of the 6 month?

क्या है गर्भवास्था ? 👶 What is Pregnancy?

गर्भावस्था से अभिप्राय उस अवस्था से है, जिसमें किसी महिला के शरीर में भ्रूण का विकास Fetal development in the body हो जाता है या फिर जब किसी महिला के मासिक धर्म (Mensuration cycle of a Lady) आना बंद हो जाते हैं तो उस स्थिति को गर्भावस्था या प्रेग्नेंसी कहा जाता है। अन्य शब्दों में जिस अवस्था में कोई महिला गर्भवती होती है, उसे गर्भावस्था कहा जाता है।

गर्भावस्था का छठवा महीना 👶Sixth month of pregnancy

गर्भावस्था (Pregnancy) का छठवा महीना शुरू होने का मतबल है कि दूसरी भाग खत्म होने में केवल एक महीना बचा है। हर माह की तरह इस बार भी गर्भवती को नए एहसास (Emotions) देखने को मिलेंगे। कुछ एहसास अच्छे होंगे, तो कुछ परेशानियां (Difficulties) बनकर सामने आएंगे। मॉमजंक्शन (Mother to be) के इस लेख में हम गर्भावस्था के छठे महीने की बात करेंगे। इस दौरान होने वाली परेशानियों व सावधानियों से लेकर खानपान और व्यायाम (Healthy food and Exercise) तक सब कुछ इस लेख में आपको मिलेगा। सबसे पहले हम बात करते हैं इस माह नजर आने वाले प्रमुख लक्षणोंं की।

गर्भावस्था के दौरान माँ को होने वाली समस्याएं 👶 Mother’s problems during pregnancy

जब महिला गर्भवती होती हैं तो उस दौरान क्या खाना-पीना सुरक्षित (Safely) है यह समझ पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। और यदि आप कहीं बाहर खाना खाने जा रही हों, तो आपको यह चिंता होना ज़ाहिर सा ही है कि आपके लिए क्या खाना-पीना सही रहेगा। इस अवस्था में मन भिन्न -भिन्न (Different) प्रकार की चीज़े खाने का दिल करता हैं | गर्भावस्था के दौरान कई सारी समस्याएं होती हैं, जिनके बारे में हर गर्भवती महिला को पता होना चाहिए।

  • सूजन होना (Swelling up)- गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते में पेट के आस-पास के अंगों में सूजन हो सकती है।
  • सिर दर्द होना (Headache) कुछ गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के पहले हफ्ते में  सिर दर्द की समस्या होती है।
  • बेहोशी होना (Fainting)- चूंकि, गर्भावस्था के अंतिम हफ्तों में थकावट की समस्या होती है, इस कारण गर्भवती महिला को बेहोशी होनी की संभावना बढ़ सकती है।
  • उच्च रक्तचाप होना (High blood pressure) गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप की समस्या भी हो सकती है।
  • कब्ज होना (Constipation) चूंकि, गर्वती महिला को बार-बार भोजन करने की इच्छा होती है, इसलिए उसे कई बार कब्ज की समस्या भी हो सकती है।

छठे महीने के दौरान इन कुछ फलो को कहे टाटा-बाय 👶 During this time, Tata-bye will call these fruits

गर्भावस्था के दौरान हमे खान -पान का बहुत ध्यान देना पड़ता हैं | बाहर आप भोजन में इस्तेमाल की गई सामग्रियों, उनकी ताज़गी या भोजन पकाने या परोसने के दौरान बरती (Precaution) गई स्वच्छता को लेकर सुनिश्चित (make sure) नहीं हो सकती हैं। केवल बाहर का ही नही बल्कि हमे कुछ फलो को लेकर भी छटवे महीने में सावधानी (Alertness) बरतनी चाहिए, जो कुछ इस प्रकार हैं |

  1. पपीते से होता हैं गर्भपात का खतरा (Papaya poses the risk of miscarriage)- पपीते में लेटेक्स मौजूद होता है, जो गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में गर्भपात के खतरे (Danger) को बढ़ा देता है। पपीते में पपैन भी शामिल होता है, जो भ्रूण विकास को रोक देता है। इस स्टेज पर पपीता खाने से बचें। पपीता को प्रसव (Delivery) हो जाने के बाद ही खाएं।
  2. तुलसी के पत्ते से गर्भपात का खतरा (The risk of miscarriage with basil leaves)तुलसी के पत्ते गर्भवती महिला के भ्रूण (Fetus) के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। इसमें एस्ट्रोगोल की मौजूदगी गर्भपात भी करावा सकती हैं। तुलसी के पत्ते (Basil leafs) एक महिला के मासिक चक्र को भी प्रभावित करते हैं।
  3. प्री-मच्योर डिलिवरी का खतरा होता हैं अनानास से(Pineapple is at risk of pre-mature delivery)- गर्भावस्था के दौरान अनानस (Pineapple) खाना हानिकारक हो सकता है। अनानास में ब्रोमेलिन मौजूद होता है, जिस कारण जल्दी प्रसव होने की सभांवना बढ़ जाती है।

छठवे महीने के गर्भावस्था में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए Points to remember during Pregnancy

गर्भावस्था में कुछ जोखिम हो सकते हैं, लेकिन यदि इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए, तो इन जोखिमों से बचा जा सकता है |

  • किसी भी गर्भवती महिला के लिए अधिक मात्रा में कैफीन ग्रहण करना नुकसानदायक साबित (Proved) हो सकता है, इसलिए उसे कम कैफीन वाले पेय पदार्थ का ही सेवन करना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करना गर्भवती महिला और उसके अजन्मे (Unborn baby) बच्चे के लिए लाभदायक हो सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिला को पोषण (Nutrition) की आवश्यकता होती है, इसलिए उसे संतुलित आहार करना चाहिए
  • गर्भवती महिला के लिए भरपूर नींद लेना लाभदायक होता है।
  • गर्भवती महिला को तेज़ गंध वाले सैंट से दूर रहने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह उसके और उसके होने वाले शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • गर्भवती महिला के लिए फल और सब्जियों (vegetables) का सेवन करना काफी फायदामंद होता है।
  • गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि उसके शरीर में पानी की कमी न हो।

छठवे महीने के गर्भावस्था में किस तरह का भोजन करना चाहिए 👶 Diet in Pregnancy

गर्भावस्था में डाइट पूरी तरह से संतुलित होनी चाहिए, जिसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट होने चाहिए |

  • गर्भावस्था के दौरान होने वाली कब्ज की समस्या से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीना सामान्य सुझाव होता है। खट्टे फल शरीर को जलयुक्त (Hydrate) रखते हैं और उसमें रक्त की मात्रा को बढ़ाने में भी सहायता करते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान केवल 50 प्रतिशत ही विकसित होती है।
  • आयरन हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण तत्व है, जो गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ्य रहने के लिए आवश्यक होते हैं। इस दौरान खट्टे फलों और जूस के सेवन को बढ़ाना चाहिए क्योंकि इनमें विटामिन सी होता है, जो आयरन के अवशोषण (Absorption) में सहायता करते हैं। खट्टे फल बच्चों को सुबह होने वाली कमजोरी को दूर करने में सहायक हो सकते हैं।
  • अपने वजन बढ़ने की दर को बनाए रखें, जो पहले तिमाही में 1 से 2 किलोग्राम, दूसरे तिमाही और तीसरे तिमाही के दौरान 2 किलोग्राम प्रति माह होनी चाहिए। औसतन (average), सेहतमंद महिला के लिए लगभग 10 से 13 किलोग्राम के वजन की बढ़ोतरी को सामान्य (Normal) माना जाता है। गर्भावस्था के दौरान वजन का बढ़ना आपके गर्भवती होने के बाद से आपके बीएमआई पर निर्भर करता है।

बहुत जरुरी निर्देश जो ध्यान रखना है :

गर्भवती महिलाओं को धूम्रपान (Smoking) और शराब (alcohol) का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इनके सेवन से होने वाले शिशु (Baby) पर बहुत बुरा असर पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान कॉफी और चाय का सेवन ना करे। इनमें कैफीन (caffeine) की मात्रा अधिक होती है जिससे गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा भोजन न खाएं जैसे कच्चे अंकुरित (sprouts) या कच्चा नॉनवेज।

अच्छा पौष्टिक (Nutritious) पकाया गया भोजन ही खाएं | गर्भावस्था के दौरान गर्म चीजों के सेवन से बचें। गर्म चीज हो या किसी भी चीज की तासीर गर्म हो वह होने वाले बच्चे के लिए नुकसानदायक होती है।


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