दूध की बोतल में हुए हजारों कीटाणु को कैसे साफ़ करें – How to clean thousands of germs in milk bottle?

शिशु की इम्‍यूनिटी/ Baby immunity कमजोर ही नहीं होती बल्कि पूरी तरह से विकसित/ Fully developed भी नहीं हुई होती है। ऐसे में माता पिता को बहुत सावधान/ Very careful रहना पड़ता है ताकि शिशु को बीमारियों और इंफेक्‍शन से बचाया/ Protected from infection जा सके। शिशु की आवश्यक चीजों/ Essential things जैसे कि दूध की बोतल को भी साफ करना आवश्‍यक/ Need to clean होता है। शिशु के 12 महीने के होने तक उसकी दूध की बोतल को साफ/ Clean milk bottle करना होता है। शिशु बहुत नाजुक होता है इसलिए वो बड़ी सरलता से किसी बीमारी या इंफेक्‍शन की चपेट में आ सकता है। बच्‍चे को इससे बचाने के लिए सबसे पहले आपको उसकी दूध की बोतल की सफाई पर ध्‍यान/ Attention to cleanliness देना होगा।

क्‍यों जरूरी है दूध की बोतल साफ करना
Why is it important to clean the milk bottle

शिशु का इम्‍यून सिस्‍टम पूरा तरह से विकसित नहीं हुआ होता है इसलिए वो कई तरह के इंफेक्‍शनों से लड़ नहीं पाता है। ऐसे में बच्‍चे को सुरक्षित रखने का एक ही तरीका है सावधानी और साफ-सफाई। इससे शिशु के बीमार पड़ने के खतरे को कम किया जा सकता है। दूध में बैक्‍टीरिया सरलता से पनप सकता है। इसलिए शिशु की दूध की बोतल को भी साफ करना आवश्यक होता है।

दूध की बोतल साफ करने के अन्‍य तरीके
Other ways to clean milk bottle

भले ही बोतल और निप्‍पल साफ दिख रही हो लेकिन फिर भी उसमें कीटाणु हो सकते हैं इसलिए आप बच्‍चे के फीडिंग इक्‍यूपमेंट को ठीक तरह से साफ करें। यहां हम आपको बच्‍चे की बोतल को साफ करने का तरीका बता रहे हैं।

किन चीजों का करना है साफ What things have to be cleaned

  • शिशु को हेल्‍दी रखने के लिए आपको बोतल के सभी हिस्‍से, टीट और स्‍क्रू कैप साफ करनी होगी। पहले बोतल के सभी हिस्‍सों को अलग अलग कर लें और स्‍क्रू कैप से टीट को खींचकर बाहर निकाल लें।
  • बोतल को धोने में गर्म पानी और डिटर्जेंट का प्रयोग होगा।
  • बोतल के सभी हिससों को बॉटल ब्रश से साफ करें।
  • यदि कहीं दूध लगा है, तो उसे भी साफ करें।
  • पहले वॉशिंग पाउडर को बोतल में चारों तरफ से घुमाकर निकालें और फिर इसी तरह से साफ पानी के साथ करें।
  • इस तरह आपको शिशु की दूध की बोतल साफ करनी है।

​पहले उबालना है  To boil first

  • एक बड़े बर्तन में बोतल को खोलकर डाल दें। इसमें निप्‍पल और ढक्‍कन भी होना चाहिए।
  • इस बर्तन में इतना पानी भरें कि सारे इक्‍यूपमेंट उसमें भीग जाएं।
  • अब इस पानी को पांच मिनट तक उबलने दें। इन सभी चीजों को बाहर निकालने से पहले पानी को ठंडा होने दें।
  • फिर साफ बर्तन में सारा सामान रख लें और उसे चोबीस घंटे के लिए ढक कर फ्रिज में रख दें।
  • इसके बाद इसे साफ पानी से धोकर प्रयोग करें।

​स्‍टीमिंग से साफ करने का तरीका

इस तरीके से बोतल जल्‍दी साफ हो जाती है और ये तरीका काफी सस्‍ता और असरकारी भी होता है। इसमें पानी को उबाला जाता है और भाप से बैक्‍टीरिया मर जाता है।

  • स्‍टेरिलाइजर में साफ बोतल को रखें।
  • आप स्‍टेरिलाइजर पर देखें कि उसमें पानी भरने को लेकर क्‍या निर्देश दिए गए हैं।
  • अब स्‍टार्ट बटन ऑन करें। यदि आप माइक्रोवेव स्‍टेरिलाइजर यूज कर रहे हें, तो स्‍टेरिलाइजर को माइक्रोवेव में रखकर टाइम सेट कर दें।
  • जब स्‍टेरिलाइजर की लाइट बंद हो जाए तो सभी फीडिंग इक्‍यूपमेंट्स को एक साफ कंटेनर में लेकर फ्रिज में रख दें।

निष्कर्ष   Conclusion

शिशु का इम्‍यून सिस्‍टम पूरा तरह से विकसित नहीं हुआ होता है इसलिए वो कई तरह के इंफेक्‍शनों से लड़ नहीं पाता है। ऐसे में बच्‍चे को सुरक्षित रखने का एक ही तरीका है सावधानी और साफ-सफाई। इससे शिशु के बीमार पड़ने के खतरे को कम किया जा सकता है। दूध में बैक्‍टीरिया सरलता से पनप सकता है। इसलिए शिशु की दूध की बोतल को भी साफ करना आवश्यक होता है।


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