बच्चों को पोलियो पिलाना क्यों इतना आवश्यक है? Why is it so important to give polio drops to children?

आज पोलियो रविवार है पूरे देश/ Whole nation भर में एक साथ पल्स पोलियो अभियान के तहत पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए भोपाल जिले में करीब 3060 बूथ बनाए गए हैं। इसमें 278 सुपरवाइजर, 33 मोबाइल टीम, 93 ट्रांजिट टीम, और 108 संस्थागत टीमें बच्चों को पोलियो की दवा / Polio drops पिलाएगीं। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने दैनिक भास्कर से बातचीत में पल्स पोलियो अभियान की जानकारी दी।

आज कितने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी?
How many children will be given polio drops today?

भोपाल जिले में आज पांच साल तक के 3 लाख 35 हजार बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का लक्ष्य रखा है।

कहां – कहां बच्चों को दवा पिलाई जाएगी?
Where will the children be given medicine?

सभी सरकारी अस्पतालों में करीब 108 पोलियो बूथ बनाए हैं। बस स्टेंड़, रेल्वे स्टेशन, एयरपोर्ट, बाजार, ईंट भट्‌टे, क्रेशर, झुग्गी बस्ती, कंस्ट्रक्शन साइट्स, घुमक्कड़ आबादी वाले स्थान जहां लोगों की निरंतर आवाजाही होती है ऐसी जगहों पर 93 ट्रांजिट बूथ बनाए हैं और 33 मोबाइल टीमें भी बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का काम करेंगी।

नजदीकी पोलियो बूथ की जानकारी कैसे मिल सकती है?
How can I get the information about the nearest polio booth?

कहीं ज्यादा दूर भटकने की जरूरत नहीं हैं आपके, वार्ड, मुहल्ले के अस्पताल में, या किसी सार्वजनिक स्थान पर मोबाइल टीम तैनात रहेगी। फिर भी यदि टीम नहीं मिल रही है तो कंट्रोल रूम के नंबर 0755- 4092558 पर फोन करके जानकारी कर सकते हैं।

पोलियो की खुराक क्यों जरूरी है? क्या अभी वायरस एक्टिव है?
Why is polio vaccine important? Is the virus still active?

बच्चे को रूटीन इम्युनाइजेशन के दौरान पोलियो का इंजेक्शन लगाया जाता है और हर बार बच्चे को ओरल पोलियो के रूप में दवा पिलाई जाती है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि अभी पोलियो पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। भारत देश 20ृ12 से पोलियो मुक्त घोषित है लेकिन पाकिस्तान और एक दो देश ऐसे हैं जहां यह वायरस सक्रिय है। मलावी नाम के देश में हाल ही में वाइल्ड पाेलियो वायरस का केस पाया गया है। इस वजह से हमें यह ध्यान रखना होगा कि जब तक यह वायरस पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता पोलियो की दवा बच्चों को पिलाना जरूरी है।

आज जो बच्चे छूट जाएंगे उन्हें कैसे पोलियो ड्रॉप पिलाएंगे?
How will polio drops be given to the children who are left today?

आज कैम्पेन मोड़ में ऑनस्पॉट पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। इसके बाद दो दिन यानि कि 28 फरवरी और 2 मार्च को डोर टू डोर (घर-घर) जाकर हेल्थ वर्कर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सोशल वर्कर्स, वॉलेंटियर्स सहित तमाम टीमें बच्चों काे दवा पिलाने जाएंगी।

मप्र में पल्स पोलियो कैम्पेन की मुख्य जानकारी
Main information of pulse polio campaign in MP

  • अभियान की तारीख 27,28 फरवरी और 2 मार्च
  • लक्षित बच्चे 1.11 करोड़
  • पहले दिन 83261 बूथ, 4252 ट्रांजिट बूथ, 12996 हाई रिस्क एरिया व माइग्रेटरी बूथ
  • अभियान में तैनात कार्यकर्ता: 167635 वैक्सीनेटर्स, 12037 सुपरवाइजर
  • दूसरे और तीसरे दिन 82035 टीमें 1.28 करोड़ घरों तक पहुंचेंगी।

पोलियो से बचाव ही इसका एक मात्र उपाय
Prevention is the only way to prevent polio

पोलियो एक संक्रामक रोग है जो पोलियो विषाणु से मुख्यत: छोटे बच्चों में होता है। यह बीमारी बच्चे के किसी भी अंग को जिदगी भर के लिए कमजोर कर देती है। पोलियो लाइलाज है, क्योंकि इसका लकवापन ठीक नहीं हो सकता है। बचाव ही इस बीमारी का एक मात्र उपाय है। मल पदार्थ में पोलिया का वायरस जाता है। ज्यादातर वायरस युक्त भोजन के सेवन करने से यह रोग होता है। यह वायरस श्वास तंत्र से भी शरीर में प्रवेश कर रोग फैलाता है।

इससे किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है
There is no risk of any kind

डॉ. राजकिशोर सिंह ने बताया कि जिले में तीन मार्च तक पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। जिसके बाद मापअप राउंड भी चलाया जाएगा, जिसमें छुट्टे हुए बच्चों को दवा की खुराक दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह खुराक एक घंटे के नवजात शिशु को भी पिलानी जरूरी है। निश्चित होकर अपने नवजात शिशु को पोलियो की खुराक दिलाएं, इससे किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। अभियान के दौरान पिलाई गई खुराक अतिरिक्त खुराकें है। नियमित टीकाकरण के साथ इनको भी बच्चों को देना अत्यंत आवश्यक है।


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