जानिए फुटबॉल का नियम की जानकारी ⚽ Know the rules of football
फुटबॉल (football) आम तौर पर एक आयताकार (rectangular) घास या कृत्रिम घास के मैदान पर खेला जाता है, जिसके दोनों छोरों पर एक गोल है। खेल का उद्देश्य है खिलाड़ियों (players) द्वारा विरोधी दल के गोल में चालाकी से गेंद डालना। खेल में, गोलरक्षक (goalkeeper)ही एकमात्र खिलाड़ी है जिसे गेंद को रोकने के लिए हाथ का उपयोग करने की अनुमति है फुटबॉल खेल में दो टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलती हैं और हम सिर्फ पैरों से गेंद को गोल करने की कोशिश करते हैं। यदि एक टीम गोल करती है तो उसे 1 अंक मिलता है और अंत में जिस टीम का सबसे अधिक अंक होता है वह मैच जीतता है.दलों में एक गोलकीपर होता है जो विपक्षी दल की गेंद को रोकने की कोशिश करता है ताकि गोल न हो. सभी देशों की टीमें इस खेल में भाग लेती हैं, जो विश्व की सबसे बड़ी प्रतियोगिता (Competition)भी होती है. अब तक चार बार फीफा वर्ल्ड कप हुआ है।
खेल के नियम Rules of the game
- दोनों दलों में 1111 खिलाड़ी होते है खेलने हैका लिए, जो इश्क खेल खेलते हैं और अपने विपक्षी दल के खिलाड़ियों से बोलने और गोल करने की कोशिश करते हैं. यह खेल गोलाकार(round shape) आकार का है और इसमें खेलने के लिए कई नियम हैं. उस नियम के तहत ही सभी खिलाड़ियों को खेलना होगा. खेल के नियमों के खिलाफ खेलने वाले खिलाड़ी को बाहर कर दिया जाता है.
- इस खेल को खेलने के लिए पैर प्रयोग किए जाते हैं. खिलाड़ी कंधों(shoulder) या हाथों का इस्तेमाल नहीं कर सकते. यह इस खेल का पहला नियम है जो गेंद को रोकता है या मारता है. गोलकीपर ही अपने कंधों और हाथों का इस्तेमाल कर सकता है
- स्ट्राइकर(striker), डिफेंडर(defender), मिडफील्डर (midfielder)और गोलकीपर एक दल में होते हैं इन प्रत्येक खिलाड़ियों को इस खेल के नियमों के अनुसार अलग-अलग काम करना होगा. स्ट्राइकर का काम है गेंद को मारना. खेल में डिफेंडर का काम है कि विपक्षी दल के खिलाड़ियों से गेंद को बचाएं और उन्हें आपस में न जाने दें, जबकि मिडफील्डर का काम है कि विपक्षी दल के खिलाड़ियों से गेंद को छीनना, भले ही उनके पास गेंद हो.
- लेकिन कोई भी खिलाड़ी गेंद को मारने के लिए अपने पैरों और सर का इस्तेमाल (used) नहीं कर सकता, बल्कि गोलकीपर विपक्षी दल की गेंद को गोलपोस्ट के पास खड़ा करके अपने हाथ और कंधे का इस्तेमाल करके रोक और पकड़ सकता है.
- इस खेल में फाउल नियम भी हैं. यदि कोई खिलाड़ी कॉल करता है, तो उसे उसके काम का कार्ड दिखाया जाता है, और खिलाड़ी(players) को उस कार्ड के तहत जो भी नियम लागू होता है, उसे मानना होगा. लाल और लाल कार्ड खिलाड़ी को दिए जाते हैं यदि खिलाड़ी किसी अंपायर (umpire) या खिलाड़ी से गलत व्यवहार करता है, तो उसे येलो कार्ड दिखाकर फुटबॉल कोर्ट से बाहर कर दिया जाता है.
फुटबॉल खेलने का तरीका? How to play football?
इस खेल में हर दल में 11 खिलाड़ी होते हैं, जो एक दूसरे को गोल करने से रोकते हैं और जमीन को छीनने की कोशिश करते हैं. यह खेल 90 मिनट तक चलता है, जिसमें 45 मिनट के बाद ब्रेक होता है, अर्थात 45-45 मिनट के दो हाफ होते हैं, अगर कोई दल (team) एक गोल करता है तो उसे एक अंक मिलता है.
इन 90मिनट में जो दल सबसे अधिक अंक प्राप्त करता है, वह विजेता होता है. यदि दोनों दलों के अंक समान हैं तो दोनों को अतिरिक्त गोल करने का अवसर मिलता है यदि कोई जल वह गोल नहीं कर पाती, तो वह प्रतियोगिता (Competition) हार जाती है और उसका विपक्षी दल विजेता होता है.
इस खेल में भी एक अंपायर होता है, जिसे रैफरी (referee) कहा जाता है, और रेफरी का निर्णय ही अंतिम निर्णय होता है. यदि खिलाड़ी रेफरी को नहीं मानता और उसे गलत व्यवहार (Behavior) करता है, तो उसे येलो कार्ड देखा जाता है और वह मैदान से कुछ समय के लिए बाहर हो जाता है.
इसके साथ एक अतिरिक्त (Excessive) रेफरी है जो उसकी मदद करता है टॉस होता है जब खेल शुरू होता है टॉस जीतने पर कैप्टन निर्णय लेता है कि टीम पर किक मारेगा या गेंद से आक्रमण (attack) करेगा. खेल फिर से शुरू होता है जब एक दल गोल करता है और गेंद को मैदान के बीच में लाकर रखता है.
सभी खिलाड़ी एक गोलाकार गेंद से खेलते हैं. दल के सभी खिलाड़ी एक दूसरे को गेंद देते रहते हैं. स्ट्राइकर गेंद को लेकर गोल करता है
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