बकरी पालन योजना क्या है – What is Bakri Palan Yojna
Bakri Palan Loan Yojana 2023 Apply Online Form – बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट की पूरी जानकारी आपको इस पेज पर मिल जाएगी। यहाँ हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बकरी पालन लोन सब्सिडी योजना (राज्यवार) आवेदन प्रक्रिया की जानकारी साझा करेंगे। अब सभी इच्छुक आवेदक Goat Farming Loan From SBI, PNB, Canara, HDFC, Nabard Bank द्वारा प्राप्त करके लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। बेरोजगारी की समस्या और जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए भारत सरकार स्वरोजगार और कृषि क्षेत्र में अपना ध्यान बढ़ा रही है। इसके तहत सरकार Bakari Palan Loan Yojana 2023 के माध्यम से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के नौजवानों को लोन प्रदान करके देश का तेजी से विकास करना चाहती है। इसी कड़ी में सरकार बकरी पालन हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित कर रही है।
बकरी पालन लोन योजना2023 / Bakri Palan Yojana 2023
यदि आप भी बकरी पालन योजना के तहत लोन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि इसके लिए कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए होंगे, जरूरी पात्रता शर्ते, आवेदन प्रक्रिया, बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट पीडीएफ और अपना पुराना कोई भी प्रशिक्षण जो कि यह बताएं कि बकरी पालन कैसे करें? इन सभी दस्तावेजों को उपयोग करके आप इस लोन योजना का फायदा उठा सकते हैं और बकरी पालन का स्वरोजगार करके मोटी कमाई कर सकते हैं।आपको बता दें कि Bakari Palan Yojana 2023 के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छोटे किसान जो पशुपालन जैसे कार्य करते है, उन सभी का रोजगार बढ़ाने के लिए सरकार ने इस लोन सब्सिडी योजना की शुरुआत की है। अब सभी लोग जो बकरी पालन व्यवसाय में हाथ आजमाना चाहते हैं इस योजना के तहत लोन पर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इससे पशुपालन जैसे कार्य कर रहे हैं व्यक्तियों की आय में वृद्धि होगी। और साथ-साथ उनका रोजगार भी आगे बढ़ेगा।
बकरी पालन लोन योजना क्या है? What is Bakri Palan Yojana
जैसा कि हमने आपको ऊपर पोस्ट में बताया कि Bakri Palan Yojana 2023 ग्रामीण क्षेत्रों में उन व्यक्तियों के लिए शुरू की गई है, जोकि पशुपालन के साथ-साथ बकरी पालन का काम भी शुरू करना चाहते हैं। उन सभी व्यक्तियों को केंद्र सरकार की तरफ से भेड़ व बकरी खरीदने के लिए 4 लाख रुपये तक का लोन प्रदान किया जाएगा। वैसे तो ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से व्यक्ति स्वयं का व्यापार शुरू करना चाहते हैं लेकिन पैसे की कमी के कारण वह व्यक्ति अपना खुद का स्वरोजगार नहीं कर पता। इसलिए केंद्र सरकार इस बकरी पालन शेड योजना २०२१ के तहत कम ब्याज दर पर लोन प्रदान कर रही है ताकि अधिक से अधिक व्यक्ति अपना रोजगार शुरू कर सकें।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के अंतर्गत केंद्र सरकार भेड़-बकरी जैसे कार्य करने वालों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए Bakri Palan Loan Yojana 2023 का विस्तार पूरे भारत में कर रही है। अभी फिलहाल बकरी पालन लोन सब्सिडी योजना राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित देश के कई राज्यों में चल रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में पशुपालन जैसे कार्य कर रहे किसान भाइयों को भी बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार उन व्यक्तियों को जो कि बकरी पालन का व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा रही है। साथ ही कई तरह की अन्य सब्सिडी भी प्रदान कर रही है।
बकरी पालन ऋण ऑनलाइन आवेदन करें
Goat Farming Loan Apply Online Form
भारत में कई कारणों से बकरी पालन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। बकरी के दूध (औषधीय गुणों के कारण) और बकरी के मांस की बढ़ती मांग के कारण बड़ी संख्या में किसान बकरी पालन में प्रवेश कर रहे हैं। सरकार और विभिन्न सामाजिक संगठन भी अपनी ओर से बकरी पालन को बेरोजगारी से लड़ने और गरीबी उन्मूलन के साधन के रूप में प्रोत्साहित कर रहे हैं। Bakri Palan Yojana के लिए ऋण लेने के कई उद्देश्य हैं, जो निम्न प्रकार से है:
- इस तरह के ऋण प्राप्त करने के प्रमुख लाभों में से एक यह है कि व्यक्ति को खेती शुरू करने के लिए एक पूंजी संसाधन मिलता है। पशुपालन फार्म शुरू करने के इच्छुक कई व्यक्तियों के लिए पर्याप्त वित्त की कमी एक बड़ी बाधा है।
- वर्तमान समय में ऋण प्राप्त करने का अगला लाभ यह है कि कई बैंक पशुपालन के लिए ऋण के साथ-साथ बीमा भी प्रदान करते हैं। इससे पशु फार्म मालिक को अतिरिक्त लाभ और वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
- चूंकि पशु खेत में पूंजी के रूप में कार्य करता है, इसलिए वित्तीय सहायता प्राप्त करके इस पूंजी के निर्माण में निवेश
भारत में उपलब्ध बकरी पालन नीतियां और ऋण योजना
Goat Farming Policies and Loan Scheme Available in India
विभिन्न राज्य सरकारें बैंकों और नाबार्ड के सहयोग से बकरी पालन को बढ़ाने के लिए सब्सिडी योजनाएं प्रदान करती हैं। यह अत्यधिक लाभदायक और लंबी अवधि में सराहनीय रिटर्न के साथ एक स्थायी प्रकार का व्यवसाय है। व्यक्तियों/ समूहों को बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने में मदद करने के लिए, विभिन्न वित्तीय संस्थानों द्वारा आकर्षक दरों पर ऋण की पेशकश की जाती है। Bakari Palan Scheme के अंतर्गत दिए गए ऋण के विभिन्न उद्देश्य हैं, जैसे कि;
- बकरियों की खरीद
- उपकरण की खरीद
- जमीन, चारा आदि खरीदने के लिए
- शेड आदि बनाने के लिए
- भारत में बकरी पालन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से योगदान दिया है, जैसे कि नाबार्ड बैंक।
बकरी पालन योजना – सामान्य जाति वर्ग के लिए सब्सिडी
Goat Farming Scheme – Subsidy for General Caste Category
सामान्य जाति वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अनुदान राशि का भुगतान दो किश्तों में कराया जाता है। 20 बकरी 1 बकरा क्षमता के लिए सब्सिडी 40 प्रतिशत यानि 40,000 रुपये का भुगतान आधारभूत संरचना के बाद दिया जाएगा। दूसरी किस्त बकरी क्रय के बाद 60 प्रतिशत का भुगतान किया जाएगा जो 60,000 रुपये रहेगा। इसी प्रकार 40 बकरी तथा 2 बकरा के लिए सामान्य जाति वर्ग के आवेदक को प्रथम किस्त में 40 प्रतिशत यानि 80,000 रुपये आधारभूत संरचना के बाद दिया जाएगा। द्वितीय किस्त आवेदक के द्वारा बकरी खरीदने के बाद 60 प्रतिशत यानि 1,20,000 रुपये का भुगतान कराया जाता है।
अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए लोन Loan for Scheduled Castes and Scheduled Tribes
अगर हम बात करें SC/ ST समुदाय के लिए 60 प्रतिशत अनुदान राशि का भुगतान दो किस्तों में किया जाएगा। 20 बकरी 1 बकरा क्षमता के लिए सब्सिडी 40 प्रतिशत यानि ₹48,000 का भुगतान दिया जाएगा। वही दूसरी किस्त बकरी क्रय के बाद 60 प्रतिशत का भुगतान किया जाएगा। जो ₹72,000 रहेगा। इसी प्रकार 40 बकरी तथा 2 बकरा के लिए अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के आवेदक को प्रथम किस्त में 40 प्रतिशत यानि ₹96,000 आधारभूत संरचना के बाद दिया जाएगा। दूसरी किस्त आवेदक के द्वारा बकरी खरीदने के बाद 60 percent% यानि ₹1,44,000 का भुगतान कराया जाता है।
बकरी पालन व्यवसाय योजना हिंदी में
Goat Farming Business Plan in Hindi
आप सभी लोग जानते है कि बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमे आप लोग कम जमा पूंजी लगाकर भी 10 से 12 बकरिया लेते हैं तो आने वाले टाइम में आपके पास डबल बकरियां हो जाती है। इससे आपको अधिक मुनाफा मिलेगा और आप उन्हें बेचकर फिर ओर अधिक बकरियों ले सकते हैं और फिर इसी तरह उन्हें बेचकर अपना आगे का कारोबार कर सकते हैं। बकरी पालन के व्यवसाय से निम्न तरीकों से मुनाफा कमाया जा सकता है।
- दूध देने वाली बकरियों को बेचकर,
- बकरियों को माँस के रूप में बेचकर,
- ऊन व खाल द्वारा प्राप्त आय से,
- बकरी की मींगणियों को खाद के रूप में बेचकर, आदि।
बकरी पालन योजना के तहत लोन कैसे मिलेगा?
How to get loan under goat rearing scheme?
अगर आप बकरी पालन योजना के तहत Nabard Bank से लोन लेना चाहते हैं, तो आपके पास किसी भी बैंक का एक क्रेडिट अकाउंट होना अनिवार्य है। इसके साथ ही आपके बैंक अकाउंट की स्टेटमेंट कम से कम 2 साल की होनी चाहिए। बकरी और भेड़ पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए आप पहले अपना पैसा भी लगा सकते हैं। उसके बाद जरूरत पड़ने पर आप इस योजना के तहत आवेदन करके अपने नजदीकी बैंक शाखा जाकर 5 से 10 या 20 भेड एवं बकरी का ऋण कम ब्याज दर पर उठा सकते हैं। इस लोन राशि का भुगतान आप धीरे-धीरे निर्धारित समय के भीतर कर सकते हैं।
बकरी पालन लोन सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
You will need the following documents to avail the Goat Farming Loan Subsidy:
- आवेदक का आधार कार्ड
- 4 पासपोर्ट-साइज फोटो
- आवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण
- पैन कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र (अगर है तो)
- भूमि मालिकाना प्रमाणपत्र
- बकरी पालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट
- किसी भी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता (पासबुक)
- पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
बकरी पालन योजना 2023 के लाभ व हानि
Advantages and disadvantages of Goat Rearing Scheme
- इस योजना का लाभ लेकर आप अपने घर के पास ही खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते है।
- बकरी पालन योजना के लिए किसी भी प्रकार की आयु सीमा या फिर शैक्षणिक योग्यता नहीं रखी गयी है।
- इसके लिए आपको किसी भी व्यक्ति से लोन नहीं लेना पड़ेगा, आप योजना के तहत आवेदन करके लोन प्राप्त कर सकते हैं।
- बकरी का दूध या फिर उसके मांस इत्यादि को बेचने के लिए आपको दूर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
- सूखा प्रभावित क्षेत्र में खेती के साथ आसानी से किया जा सकने वाला यह एक कम लागत का अच्छा व्यवसाय है।
- जरूरत के समय बकरियों को बेचकर आसानी से नकद पैसा प्राप्त किया जा सकता है।
- इस व्यवसाय को करने के लिए किसी प्रकार के तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं पड़ती।
- बकरी का मांस जनता के बीच बहुत लोकप्रिय है और बकरी पालन व्यवसाय को लाभदायक बनाने की मांग तेजी से बढ़ रही है।
- बकरियां न्यूनतम रख-रखाव के साथ साल भर खेतों के लिए मांस, दूध, खाद उपलब्ध कराती हैं।
- खेतों में चरने और कृषि अपशिष्ट से बकरियों को पालना किफायती हो जाता है।
- बकरियों को पालने के लिए बड़े खेतों की जरूरत नहीं होती, बड़े जानवरों की तुलना में बकरियों को कम जगह की जरूरत होती है।
- इसके साथ ही बकरियां अन्य जानवरों की तुलना में बेहतर रोग प्रतिरोधी होती हैं और बहुत तेजी से प्रजनन करती हैं जिससे इनकी संख्या बढ़ाने में मदद मिलती है।
बकरी या भेड़ पालन में समस्याएं
problems in goat or sheep farming
- बरसात के मौसम में बकरी की देख-भाल करना मुश्किल हो जाता है।
- बकरी गीले स्थान पर बैठती नहीं है और उसी समय इनमें रोग भी बहुत अधिक होता है।
- Bakri का दूध पौष्टिक होने के बावजूद उसमें महक आने के कारण कोई उसे खरीदना नहीं चाहता।
- भेड़ या बकरी को रोज़ाना खुले जगह में लेके जाना पड़ता है।
- परिवार में से एक व्यक्ति को बकरी की देख-रेख के लिए हर समय रहना पड़ता है।
बकरी पालन प्रशिक्षण केंद्र 2023 किन राज्यों में उपलब्ध है?
In which states Goat Farming Training Center 2023 is available?
Bakri Palan Yojana 2023 को केंद्र सरकार के साथ सभी राज्य सरकारें भी बढ़ावा दे रही है। इससे हमारे देश का कृषि के क्षेत्र में तेजी से विकास होगा और ग्रामीण क्षेत्रों का भी विकास होने में तीव्रता आएगी। Bakari Palan Loan Subsidy को अब लगभग देश के सभी राज्यों में शुरू कर दिया गया है। इस योजना के तहत मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, राजस्थान, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा और अन्य कई राज्यों में भी सरकार द्वारा शुरू किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकारों ने प्रशिक्षण केंद्र भी बनाए हैं और जिससे लोग यह समझ सके कि बकरी पालन कैसे करें और इससे मुनाफा कैसे कमाए? इस योजना के द्वारा लोन लेने पर सरकार सब्सिडी भी प्रदान करती है और इस लोन के तहत आप बकरी पालन का शेड भी बना सकते हैं। और साथ ही अन्य कई कार्य भी कर सकते हैं।
बकरी पालन योजना में ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
How to apply online in Goat rearing scheme?
- सर्वप्रथम आवेदक को Bakri Palan Loan Yojana में आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी पशु चिकित्सक कार्यालय में जाना होगा।
- कार्यालय में पहुंचने के बाद, आपको अधिकारी से योजना का आवेदन फॉर्म PDF लेना होगा।
- इसके पश्चात आपको बैंक ऋण एवं अनुदान पर बकरी इकाई प्रदाय का आवेदन पत्र को एक बार अच्छे से पढ़ लेना है।
- सभी प्रकार की जानकारी पढ़ने के बाद, आपको फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक भरना होगा।
- अब आपको सभी जरूरी दस्तावेजों की कॉपी को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करके सम्बंधित विभाग में जमा करना है।
- अंत में आपके आवेदन फॉर्म और सभी दस्तावेजों को जांचने के बाद अधिकारी द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा।
- अगर आप योग्य पाए जाते है तो आपको सम्बंधित बैंक द्वारा बकरी पालन के लिए लोन दिया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन योजना हेतु ऑफलाइन आवेदन फॉर्म
Offline application form for goat rearing scheme in rural areas
यदि आप Bakri Palan Yojana 2023 में आवेदन करके लोन प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको पहले निर्धारित प्रारूप में इसका आवेदन फॉर्म डाउनलोड करना होगा। या आप अपने नजदीकी ग्राम पंचायत या ब्लॉक कार्यालय में जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त सकते हैं। आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद, आपको सभी जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके पश्चात सभी आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करके ब्लाक प्रमुख या ग्राम पंचायत में जाकर जमा करवा दें।
Goat Farming Loan का उपयोग भूमि खरीद, शेड निर्माण, बकरियां खरीदने, चारा खरीदने आदि के लिए किया जा सकता है। सरकार ने बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए उद्यमियों के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं और सब्सिडी शुरू की है। बैंकों या लोन संस्थानों की सहायता से शुरू की गई कुछ प्रमुख योजनाओं और सब्सिडी की जानकारी नीचे दी गई है।
बकरी पालन व्यवसाय हेतु नाबार्ड ऋण योजना 2023
NABARD loan scheme 2023 for goat farming business
अब केंद्र सरकार द्वारा बकरी या भेड़ पालन के लिए बहुत ही आकर्षक दरों पर ऋण उपलब्ध हेतु नाबार्ड लोन योजना को शुरू किया है। नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) विभिन्न वित्तीय संस्थानों के सहयोग से उधारकर्ताओं को ऋण प्रदान करता है, जैसे कि:
- वाणिज्यिक बैंक
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
- राज्य सहकारी बैंक
- शहरी बैंक
- राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक
- अन्य बैंक, जो नाबार्ड से पुनर्वित्त के लिए पात्र हैं।
Bakri Palan Yojana 2023 के अंतर्गत एक उधारकर्ता बकरियों की खरीद पर खर्च किए गए धन का 25 से 35% तक सब्सिडी के रूप में प्राप्त करने का हकदार है। अनुसूचित जाति/ जनजाति समुदाय के लोग और बीपीएल श्रेणी के लोग 33 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। जबकि ओबीसी से संबंधित व्यक्ति 25 प्रतिशत तक की सब्सिडी का हकदार है, जिसकी अधिकतम राशि 2.5 लाख रुपये है। नाबार्ड से सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी व्यवसाय योजना प्रस्तुत करनी होगी। साथ ही आपको बकरी पालन परियोजना के बारे में सभी प्रासंगिक विवरण शामिल करने होंगे।
इसके पश्चात, नाबार्ड से अनुमोदन प्राप्त करने के लिए व्यवसाय योजना के साथ आवेदन पत्र जमा करें। एक तकनीकी अधिकारी ऋण और सब्सिडी की मंजूरी से पहले खेत का दौरा और पूछताछ करेगा। ऋण राशि स्वीकृत होने के बाद, धनराशि उधारकर्ता के खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी। यह रेखांकित करना महत्वपूर्ण है कि ऋण राशि परियोजना लागत का केवल 85% (अधिकतम) है। लागत का 15% उधारकर्ता को स्वयं वहन करना होगा।
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